ममता बनर्जी कहीं हिरण्य कश्यप के खानदान की तो नहीं: साक्षी महाराज

 


 



नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी बंगाल को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच का बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। पहले तो आम चुनाव में अपने प्रभाव का अहसास कराने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने जय श्री राम वाले मामले पर ममता बनर्जी के लिए दस लाख जय श्री राम वाले पोस्टकार्ड भेजने का निर्णय किया था और अब अपने बयानों से पूरे चुनाव सुर्खियों में रहने वाले भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने भी पश्चिम बंगाल की मुख्य़मंत्री को लेकर विावदित बयान दे दिया है। साक्षी महाराज ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हिरण्य कश्यप की खानदान का बताया है।


हरिद्वार में साक्षी महाराज ने पत्राकरों से बात करते हुए जयश्री राम वाले प्रकरण पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बंगाल का नाम आते ही त्रेता युग की याद आती है। जब राक्षस राज हिरण्य कश्यप ने जयश्री राम बोलने पर अपने बेटे को जेल में डाल कर यातनाएं दी थीं। बंगाल में ममता भी यही कर रही हैं। जयश्री राम बोलने पर जेल में डाल रही हैं और यातनाएं दे रही हैं। साक्षी महाराज ने सावाल उठाते हुए पूछा कि ममता कहीं हिरण्य कश्यप के खानदान की तो नहीं हैं? साक्षी महाराज ने कहा कि ममता का शासन अलगाववाद से कम नहीं है। इससे बंगाली आहत हैं और इसका खामियाजा ममता को भुगतान पड़ेगा. विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी।


गौरततलब है कि बीते दिनों एक वीडियों सामने आया था जिसमें ममता बनर्जी के काफिले के आसपास कुछ लोग 'जय श्रीराम' के नारे लगाते दिख रहे थे। इस वीडियो में नारेबाजी के बाद ममता बनर्जी लोगों पर चिल्लाते हुए दिख रही हैं और वह लोगों को बाहरी और भाजपा के बदमाश बताते हुए नजर आ रही हैं। इस मामले में पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया गया था। जिसके बाद पश्चिम बंगाल से भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह ने कहा था कि वो ममता बनर्जी के आवास पर 10 लाख पोस्टकार्ड भेजने का निर्णय किया है जिन पर 'जय श्रीराम लिखा होगा।"